— और उजाला हो गया —
और उजाला हो गया
कई अँधेरी रातों के बाद
किस,जुर्म के बाद
दे हमसब गवाही कुछ इस कदर
जैसे गूंजती रहे आवाज़ हमारी
गुज़रते समय के साथ...
और उजाला हो गया
कई अँधेरी रातों के बाद
किस,जुर्म के बाद
दे हमसब गवाही कुछ इस कदर
जैसे गूंजती रहे आवाज़ हमारी
गुज़रते समय के साथ...