— माठदà¥à¤°à¥à¤—ा —
माठदà¥à¤°à¥à¤—ा दे दो तà¥à¤® अपना आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ इस पावन अवसर पर कर दो हमसब का कà¥à¤› उदà¥à¤¦à¤¾à¤° गूà¤à¤œ उठा तेरे जयकारे से धरती और आकाश चारो ऒर फैला है धà¥à¤ª दीपों का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ हो रहा तेरा कण-कण में तेरे मौजूदगी का अहसास माठदà¥à¤°à¥à¤—ा दे दो तà¥à¤® हमसब को अपना आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ सारे जग की माता तू ही , तू ही है पालनहार मैयà¥à¤¯à¤¾ रानी हमसब को दे दो अपना आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ सारे जग में हो रहा मृदंगे गूंज रहा है आसमान लग रहा तां-तां लोगों का सजा है मईया का दरबार नमन है माठतà¥à¤à¤•à¥‹ बारमà¥à¤¬à¤¾à¤° दे-दे माठतू हमसब को अपना आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ …..