— à¤à¤¸à¤¾ कियूं लगा —
à¤à¤¸à¤¾ कियूं लगा के
तू मेरे करीब आ गया
रात ने ली करवट
और चाà¤à¤¦ शरमा गया
बà¥à¤à¤¤à¥€ रही दिठकी लौ à¤à¥€
जैसे दिन निकलता गया
तू नहीं तेरी तशà¥à¤µà¥€à¤° थी सामने
चंद सवाल के जाब थे अनसà¥à¤¨à¥‡
जब मैंने बात की तो पता चला
वो थे अब तलक अधूरे ही कहाठतà¥à¤®à¤¨à¥‡ उनको पूरा किया .