— चर्चा तेरा —
चर्चा तेरा हो रहा है शहर में आजकल हर ज़बा पर छाई है तू ही तू है आज कल नाम मेरा भी आ रहा है , तेरे संग ही आजकल यूँ जो,चर्चा तेरा हो रहा है शहर में आज कल आज यकीं हुआ है मुझे भी आसां नहीं है यूँ बदनाम हो जाना मोहबत्त में किसी के चल रहें है उसी राह पर हम लेकिन मिलती कहाँ है वो मुझे यूँ आसानी से आजकल चर्चा तेरा हो रहा है शहर में आजकल हर ज़बा पर है जो छाई तू ही तू है आज कल...