—– भीड़ है —–
यहाँ -वहां जहाँ देखो ,
हर तरफ तो भीड़ है
लग रहा तां-तां जहाँ भी
वहां तो बस भीड़ है
टूटता जहाँ गुस्सा
किसी पल वहां ,
हर वार में नज़र
आती वो भीड़ है
सब त्रस्त हैं,हैं परेशाँ
घिरती मुसीबतों से वहीँ
भीड़ को ही रोंद्ती ,
एक अलग ही भीड़ है.dapoxetine tabletsmotilium generic brand