—– हमें भी इश्क है —–

हमें भी इश्क है तुमसे
ये बताना ज़रूरी है क्या
भरी महफ़िल में
तुम्हे अपना कहे
ये ज़रूरी है क्या
तुम अपनी नज़रे
चुराती रही हमसे
आइना नहीं थे हम
कि तुम जो सामने आई मेरे
तो इशारों में मुस्कुराती रही..

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