—- तू जो मिली है —-
तू जो मिली है मुझको तो फिर
एक नई ज़िन्दगी मिल गई है
तेरे लिए मेरी तड़प अब बढ़ सी गई है
कहाँ है तू कुछ तो ख़बर दे दे
शामों-शहर अपनी
एक तो झलक दे दे
ढूढता है तुझको हर पल मेरा ये दिल
आजा करीब मेरे तू , तो फिर
थोड़ी कम हो मेरी मुश्किल और
गुजारें हम भी कुछ सुकून के पल
तेरी ही बाँहों में हम , ओ मेरे सनम .